मात्र 11 साल में 32 अंक की बढ़त. मनमोहन सिंह 10 साल लगाकर मात्र 13 अंक बढ़ा पाए थे.
विकास जारी है...
मात्र 11 साल में 32 अंक की बढ़त. मनमोहन सिंह 10 साल लगाकर मात्र 13 अंक बढ़ा पाए थे.
विकास जारी है...
चुनाव में ख़ैरात बाँटने का पैसा है लेकिन कारखाना लगाने का बजट नहीं है! क्यों? ताकि बिहार के लोग सस्ते मज़दूर बने रहें!
बिहार सरकार ने बिहार को बर्बाद करने की सुपारी ली है क्या?
चुनाव में ख़ैरात बाँटने का पैसा है लेकिन कारखाना लगाने का बजट नहीं है! क्यों? ताकि बिहार के लोग सस्ते मज़दूर बने रहें!
बिहार सरकार ने बिहार को बर्बाद करने की सुपारी ली है क्या?
"भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा"
अब यही बाकी बचा है कि मोदी रैली कब करेंगे, मोदी मंदिर कब जाएंगे, मोदी सूट कब बदलेंगे, ये भी ट्रंप ही तय कर दे।
भारत का नेतृत्व इतना कमजोर, डरा हुआ और सरेंडर कभी नहीं था।
"भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा"
अब यही बाकी बचा है कि मोदी रैली कब करेंगे, मोदी मंदिर कब जाएंगे, मोदी सूट कब बदलेंगे, ये भी ट्रंप ही तय कर दे।
भारत का नेतृत्व इतना कमजोर, डरा हुआ और सरेंडर कभी नहीं था।
5 मिनट में हेलीकॉप्टर तैयार था….
15 मिनट में पाली पहुँचे… आधे घंटे में जयपुर…!!!
और आज जैसलमेर में 30 से ज़्यादा लोग आग से झुलस गए हैं…
वो लोग 50% से ज़्यादा जले हुए शरीर के साथ पाँच घंटे का सफ़र करके जोधपुर पहुँच रहे हैं….
ये जनता की औक़ात है…
5 मिनट में हेलीकॉप्टर तैयार था….
15 मिनट में पाली पहुँचे… आधे घंटे में जयपुर…!!!
और आज जैसलमेर में 30 से ज़्यादा लोग आग से झुलस गए हैं…
वो लोग 50% से ज़्यादा जले हुए शरीर के साथ पाँच घंटे का सफ़र करके जोधपुर पहुँच रहे हैं….
ये जनता की औक़ात है…
इतनी बड़ी खबर पर देश के न्यूज चैनल कोई डिबेट नहीं कर रहे.
क्योंकि मामला BJP सरकारों का है, इसलिए सब शांत हैं.
इतनी बड़ी खबर पर देश के न्यूज चैनल कोई डिबेट नहीं कर रहे.
क्योंकि मामला BJP सरकारों का है, इसलिए सब शांत हैं.
-सऊदी अरब-पाकिस्तान के बीच अहम डील कराए जिससे दोनों देश एक दूसरे का हर स्तर पर सहयोग देंगे
-इरान के चाहबार प्रोजेक्ट पर भारतीय मदद पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। इससे भारत काे नुकसान होगा
-अमेरिका ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को अब भी कम नहीं किया है। एक्सपोर्ट बुरी तरह प्रभावित है। लाखों रोजगार अभी भी खतरे में है।
-सऊदी अरब-पाकिस्तान के बीच अहम डील कराए जिससे दोनों देश एक दूसरे का हर स्तर पर सहयोग देंगे
-इरान के चाहबार प्रोजेक्ट पर भारतीय मदद पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। इससे भारत काे नुकसान होगा
-अमेरिका ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को अब भी कम नहीं किया है। एक्सपोर्ट बुरी तरह प्रभावित है। लाखों रोजगार अभी भी खतरे में है।
You can’t fight your wars without Chinese components.
You can’t build your weapons without Chinese minerals.
You can’t even produce your antibiotics without Chinese factories.
And yet you call China the threat.
The truth is simpler:
You can’t fight your wars without Chinese components.
You can’t build your weapons without Chinese minerals.
You can’t even produce your antibiotics without Chinese factories.
And yet you call China the threat.
The truth is simpler:
इन देशद्रोहियों का अच्छे से इलाज हुआ. ऐसी लाठी बजाई कि रोजगार मांगने से पहले 10 बार सोचेंगे.
टैलेंट है नहीं और सबको जय शाह ही बनना है.. बेवकूफ कहीं की.
इन देशद्रोहियों का अच्छे से इलाज हुआ. ऐसी लाठी बजाई कि रोजगार मांगने से पहले 10 बार सोचेंगे.
टैलेंट है नहीं और सबको जय शाह ही बनना है.. बेवकूफ कहीं की.
देश से सॉरी कहने के बजाए क्रेडिट लेना चाह रहे हैं. इसे कहते हैं शुद्ध थेथरई!
देश से सॉरी कहने के बजाए क्रेडिट लेना चाह रहे हैं. इसे कहते हैं शुद्ध थेथरई!
ED-CBI भेजो, सरकार गिराओ
वोट चोरी करो, सरकार बनाओ
CM को 30 दिन जेल भेजो, फिर सरकार गिराओ
सीधी बात: “चुनाव लड़ने का पहला और आख़िरी शर्त – मोदी का गुलाम बनो”
ED-CBI भेजो, सरकार गिराओ
वोट चोरी करो, सरकार बनाओ
CM को 30 दिन जेल भेजो, फिर सरकार गिराओ
सीधी बात: “चुनाव लड़ने का पहला और आख़िरी शर्त – मोदी का गुलाम बनो”
फिर वोट चोरी करने लगे
अब पूरी सरकार चोरी का कानून ही ले आए
और कितने अच्छे दिन चाहिए?
फिर वोट चोरी करने लगे
अब पूरी सरकार चोरी का कानून ही ले आए
और कितने अच्छे दिन चाहिए?
तेजस्वी यादव- फेल कहते हैं वह जबकि मैं पास था। बहुत अच्छा स्टूडेंट था मैं लेकिन सचिन तेंदुलकर को देखकर एक पागलपन दिमाग में बैठ गया की उन्ही की तरह देश को रिप्रेजेंट करना है। उसके बाद में पढ़ाई में दिल लगा ही नहीं।
मैं ईमानदार था मेरे माता-पिता दोनों मुख्यमंत्री थे। चाहता तो फर्जी डिग्री बनवा लेता प्रधानमंत्री जी की तरह।
तेजस्वी यादव- फेल कहते हैं वह जबकि मैं पास था। बहुत अच्छा स्टूडेंट था मैं लेकिन सचिन तेंदुलकर को देखकर एक पागलपन दिमाग में बैठ गया की उन्ही की तरह देश को रिप्रेजेंट करना है। उसके बाद में पढ़ाई में दिल लगा ही नहीं।
मैं ईमानदार था मेरे माता-पिता दोनों मुख्यमंत्री थे। चाहता तो फर्जी डिग्री बनवा लेता प्रधानमंत्री जी की तरह।
जब आपके वोट की चोरी हो रही हो
फर्क पड़ना चाहिए
जब आपका अधिकार छीना जा रहा हो
फर्क पड़ना चाहिए
जब आपके साथ धोखा हो रहा हो
हां, आपको फर्क पड़ना चाहिए
जब आपके वोट की चोरी हो रही हो
फर्क पड़ना चाहिए
जब आपका अधिकार छीना जा रहा हो
फर्क पड़ना चाहिए
जब आपके साथ धोखा हो रहा हो
हां, आपको फर्क पड़ना चाहिए
मुजफ्फरपुर की एक साफ सुथरी वोटर लिस्ट में एक मकान पर 269 लोगों का नाम दर्ज है.
खास बात है कि इसमें जाति-धर्म का जरा भी भेद नहीं किया गया. सबको जगह दी गई है.
मुजफ्फरपुर की एक साफ सुथरी वोटर लिस्ट में एक मकान पर 269 लोगों का नाम दर्ज है.
खास बात है कि इसमें जाति-धर्म का जरा भी भेद नहीं किया गया. सबको जगह दी गई है.
इलेक्टोरल बॉन्ड भी पारदर्शिता के लिए ही लाया गया था जिसकी आड़ में देश भर में उगाही हुई।
SIR पारदर्शिता के लिए है तो मुर्दों को लिस्ट में क्यों लिया है? फर्जी दस्तखत क्यों किए? कौन सा दस्तावेज वैलिड मान रहे हैं आज तक किसी को क्यों नहीं पता? विपक्ष जो भी सूचना मांगता है वह क्यों नहीं दी जाती?
इलेक्टोरल बॉन्ड भी पारदर्शिता के लिए ही लाया गया था जिसकी आड़ में देश भर में उगाही हुई।
SIR पारदर्शिता के लिए है तो मुर्दों को लिस्ट में क्यों लिया है? फर्जी दस्तखत क्यों किए? कौन सा दस्तावेज वैलिड मान रहे हैं आज तक किसी को क्यों नहीं पता? विपक्ष जो भी सूचना मांगता है वह क्यों नहीं दी जाती?
मुझे लगा कि कुछ सीख लेते हुए अब थोड़ा ठोक बजा कर चला रहे होंगे । तो मान लिया।
लेकिन ग़लत साबित हुआ । नहीं सुधरे । सेना ने कह दिया एक गोली नहीं चली है!
मुझे लगा कि कुछ सीख लेते हुए अब थोड़ा ठोक बजा कर चला रहे होंगे । तो मान लिया।
लेकिन ग़लत साबित हुआ । नहीं सुधरे । सेना ने कह दिया एक गोली नहीं चली है!
चुनाव आयोग रोज झूठ बोलता है। अजीत अंजुम जी रोज वहीं फैक्ट चेक कर देते हैं। अकेले एक व्यक्ति ने पूरे झूठतंत्र का धागा खोल दिया है।
जनता को देखना समझना चाहिए कि पत्रकार अगर सच्चा हो, सत्ता का दलाल न हो तो उसमें कितनी ताकत है और कैसे वह ताकतवरों के झूठ को बेनकाब कर सकता है।
चुनाव आयोग रोज झूठ बोलता है। अजीत अंजुम जी रोज वहीं फैक्ट चेक कर देते हैं। अकेले एक व्यक्ति ने पूरे झूठतंत्र का धागा खोल दिया है।
जनता को देखना समझना चाहिए कि पत्रकार अगर सच्चा हो, सत्ता का दलाल न हो तो उसमें कितनी ताकत है और कैसे वह ताकतवरों के झूठ को बेनकाब कर सकता है।
ED की अति से अदालत भी उकताई
एक ही दिन में दो-दो राउंड धुलाई
हुआ यूं कि ED ने दो सीनियर वकीलों को कानूनी सलाह देने के मामले में नोटिस भेज दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और कहा कि हम कई मामलों में ED का अतिक्रमण देख रहे हैं। ED सारी हदें पार कर रही है।
इसके पहले, आज ही सिद्धारमैया की पत्नी के मामले में भी ED को कोर्ट ने फटीच-फटीच कर धोया था।
ED की अति से अदालत भी उकताई
एक ही दिन में दो-दो राउंड धुलाई
हुआ यूं कि ED ने दो सीनियर वकीलों को कानूनी सलाह देने के मामले में नोटिस भेज दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और कहा कि हम कई मामलों में ED का अतिक्रमण देख रहे हैं। ED सारी हदें पार कर रही है।
इसके पहले, आज ही सिद्धारमैया की पत्नी के मामले में भी ED को कोर्ट ने फटीच-फटीच कर धोया था।
-Hungriest place on earth
-Most dangerous place for children
-Most dangerous for journalists
-Most dangerous for aid workers
-Most pediatric amputees
-Largest proportion of displaced people
Western leaders call this self-defense, the media says it was all on accident.
-Hungriest place on earth
-Most dangerous place for children
-Most dangerous for journalists
-Most dangerous for aid workers
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-Largest proportion of displaced people
Western leaders call this self-defense, the media says it was all on accident.
फिर नियम बदल दिया कि चुनाव से संबधित डिजिटल दस्तावेज जारी नहीं किए जाएंगे।
फिर नियम बदल दिया कि चुनाव से जुड़े सबूत और आंकड़े 45 दिन में नष्ट कर दिए जाएंगे।
अब चुनाव आयोग का यह हाल है कि वह छुपाता भी नहीं कि वह सत्ता के लिए काम कर रहा है।
फिर नियम बदल दिया कि चुनाव से संबधित डिजिटल दस्तावेज जारी नहीं किए जाएंगे।
फिर नियम बदल दिया कि चुनाव से जुड़े सबूत और आंकड़े 45 दिन में नष्ट कर दिए जाएंगे।
अब चुनाव आयोग का यह हाल है कि वह छुपाता भी नहीं कि वह सत्ता के लिए काम कर रहा है।