औरत को मुंह में बैठाकर उसके अमृत जैसे रस का स्वाद लेना भी लेना पड़ता है।
औरत को मुंह में बैठाकर उसके अमृत जैसे रस का स्वाद लेना भी लेना पड़ता है।
औरत को मुंह में बैठाकर उसके अमृत जैसे रस का स्वाद लेना भी लेना पड़ता है।
औरत को मुंह में बैठाकर उसके अमृत जैसे रस का स्वाद लेना भी लेना पड़ता है।
और बस चाहत यही है कि उस जगह को चूम सके , प्यार कर सके उसके लिए जो करना पड़े करने को तैयार रहते हैं।
और बस चाहत यही है कि उस जगह को चूम सके , प्यार कर सके उसके लिए जो करना पड़े करने को तैयार रहते हैं।
और बस चाहत यही है कि उस जगह को चूम सके , प्यार कर सके उसके लिए जो करना पड़े करने को तैयार रहते हैं।
और बस चाहत यही है कि उस जगह को चूम सके , प्यार कर सके उसके लिए जो करना पड़े करने को तैयार रहते हैं।
जिसे चूसना आ जाता वही संभोग का सही से मजा ले सकता है।
जिसे चूसना आ जाता वही संभोग का सही से मजा ले सकता है।
वहीं समाज शादी का नाम देकर खुद की बेटी को भी संभोग करने के लिए भेज देता है।
वहीं समाज शादी का नाम देकर खुद की बेटी को भी संभोग करने के लिए भेज देता है।
उनकी सरफत दूर हो ही जाती है।
उनकी सरफत दूर हो ही जाती है।
एक बार चूत और लंड के पानी का स्वाद जिसको लग जाता वो इस नशे का सेवन बार बार करना चाहता है।
एक बार चूत और लंड के पानी का स्वाद जिसको लग जाता वो इस नशे का सेवन बार बार करना चाहता है।