Naveen Kumar
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filosopherf.bsky.social
Naveen Kumar
@filosopherf.bsky.social
Audiographer
AQI ek aisa temperature hai jo kisi bhi instrument se pata chal sakta hai.

Ham log Rupees use karte hain hamko dollar se kya lena dena?

Welcome to Hindu Rashtra.
December 7, 2025 at 9:04 PM
December 7, 2025 at 8:42 PM
Web Films are the future. Iss baat ko jitni jaldi samajh liya jaye utna achcha hai.
December 7, 2025 at 8:33 PM
India mein cinema kaam nahi hai balki politics hai. You are nothing without politics in Cinema.
December 7, 2025 at 8:23 PM
Haryana Bihar Dialogue
December 7, 2025 at 8:23 PM
December 7, 2025 at 7:31 PM
I think Mayawati is right. Sab mile huye hain. 😂
December 7, 2025 at 7:01 PM
कल दादर चैत्यभूमि स्थित राजरत्न अम्बेडकर जी के स्टॉल पर गया। वहाँ लोगों को बौद्ध होने का प्रमाणपत्र दिया जा रहा था। कोई चर्चा नहीं। कोई परिचय नहीं। कोई दीक्षा नहीं। कोई सम्मेलन नहीं। सिर्फ़ पचास रुपये की पर्ची कटवाइये और आपको बौद्ध होने का प्रमाणपत्र दे दिया जा रहा था। अब यह सोच रहा हूँ जिसके पास पचास रुपये नहीं होंगे वो कैसे बौद्ध बनेगा?
December 7, 2025 at 5:48 PM
कल दादर चैत्य भूमि जाना हुआ। वहाँ कुछ युवाओं को बुद्ध विहार बनवाने के लिये चंदा माँगते हुए देख कर बचपन के मिर्ज़ापुर स्थित विध्यांचल मंदिर की यात्रा याद आ गयी। वहाँ भी युवा इतनी ही गर्मजोशी के साथ दक्षिणा माँग रहे थें। क्या अंतर रह गया अम्बेडकर के धर्म और हिंदू धर्म में? सब एक ही हैं।
December 7, 2025 at 5:42 PM
मुंबई में लोग सड़क पर किस भी करते हैं और पेशाब भी करते हैं। मुंबई जितना स्वतंत्र और संविधान सम्मत है उतना ही गंदा और बदबूदार भी है। सामाजिक स्वतंत्रता और सामाजिक लापरवाही का ऐसा संगम शायद ही कहीं और होगा। यह शहर अलग ही दुनिया है।
December 7, 2025 at 5:35 PM
यह कैसा समय आ गया है? पत्नियाँ पतियों की हत्या कर रही हैं। पुत्र माताओं और पिताओं को मार रहे हैं। माताएँ अपने बच्चों को मार रही हैं। सबसे ताज़ा मामले में एक पिता ने अपने ही पुत्र की हत्या करवा दी है। ख़बर उत्तर - प्रदेश के सम्भल से आ रही है। समाज में ज़रूर कुछ ग़लत चल रहा है। सिविल सॉसायटी को हस्तक्षेप करना चाहिये। समाज में ऐसा क्या चल रहा है जो नज़दीकी रिश्तों में भी इतनी कटुता आ गयी है।
December 7, 2025 at 12:33 PM
Modi jaise log kisi bhi desh mein ho sakte hain. Sabse bada khatra hai aise logo ka sangathan ban jana.
December 7, 2025 at 9:15 AM
अगर अम्बेडकर भगवान बनेंगे तो धूर्त दलित पुजारी बनेंगे। हमारा एक लक्ष्य अम्बेडकर को भगवान बनने से रोकना भी होना चाहिये। बुद्ध और अम्बेडकर भगवान नहीं अपितु मानव हैं।
December 7, 2025 at 6:31 AM
The reason why Buddhism disappeared from India is that Mauryan tried to change it to “Dharma”. They built Stupa, Pillers, Idols, Viharas and Rock Edicts in large numbers but Buddhism never required these things. It’s a way of life which works on only the principle of compassion.
December 7, 2025 at 6:29 AM
These are the same people who wanted Modi and smooth aviation services both. How will you get everything? You have only one choice. Citizen services or Modi.
December 7, 2025 at 6:24 AM
December 6, 2025 at 9:35 PM
December 6, 2025 at 8:04 PM
December 6, 2025 at 8:04 PM
December 6, 2025 at 7:51 PM
अम्बेडकरवादी लोग नीले रंग, अम्बेडकर एवं बुद्ध के चित्र और अशोक के चक्र इत्यादि का उपयोग कर के बड़ी संख्या में कपड़े, पोस्टर, झंडे, बैनर, गहने और सजावट के अन्य सामान बना रहे हैं। काश अम्बेडकरवादी भौतिक विज्ञान के नियमों का उपयोग कर के रोबॉट, बुलट ट्रेन, बैटरी और सोलर यंत्र बनातें। बुद्ध का धम्म कहने से वैज्ञानिक नहीं हो जायेगा। उसको सिद्ध भी कर के दिखाना होगा। अम्बेडकर का धर्म भक्तों का दूसरा समूह बनता जा रहा है।
December 6, 2025 at 7:21 PM
December 6, 2025 at 9:52 AM
अम्बेडकर का सपना सिर्फ़ उच्च शिक्षित लोग ही पूरा कर सकते हैं। शिक्षित भारत बना कर ही एक जातिविहीन और वर्गविहीन समाज का निर्माण हो सकता है।भारत से जाति और धर्म जैसी कुरीतियाँ सिर्फ़ शिक्षित लोग ही ख़तम कर सकते हैं।
December 6, 2025 at 9:37 AM
MJ se sirf “Micheal Jackson” nahi hota hai. MJ se “Modi Ji” bhi hota hai.
December 6, 2025 at 9:09 AM
December 5, 2025 at 7:19 PM